जनजातीय विदयार्थ‍ियों की शैक्षणिक सुविधाएं बढ़ाने प्रतिबद्ध राज्य सरकार : मंत्री डॉ. शाह

जनजातीय विदयार्थ‍ियों की शैक्षणिक सुविधाएं बढ़ाने प्रतिबद्ध राज्य सरकार : मंत्री डॉ. शाह

9,550 विद्यार्थियों को मिलेगा बढ़ी शिष्यवृत्ति का लाभ

भोपाल 

जनजातीय कार्य मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह ने कहा है कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में राज्य सरकार जनजातीय परिवारों के विद्यार्थियों की शैक्षणिक सुविधाएं बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि जनजातीय कार्य विभाग अंतर्गत संचालित महाविदयालयीन छात्रावासों में मैस संचालन के लिए शिष्यवृत्त‍ि 10 माह के स्थान पर 12 माह के लिये दी जायेगी। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के व्यापक हित में कैबिनेट का निर्णय दूरगामी परिणाम देने वाला है। उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का आभार व्यक्त किया है।

मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह ने कहा कि महाविद्यालयीन छात्रावासों का संचालन 12 महीने किये जाने पर अतिरिक्त दो माह के लिए प्रति वर्ष 3 करोड़ 19 लाख 65 हजार रूपये का व्यय होगा। इससे 9,550 विदयार्थ‍ियों को लाभ मिलेगा, जिनमें 5050 बालक और 4500 बालिकाएं हैं। बालकों को 1650 रूपये प्रति माह शिष्यवृत्त‍ि और बालिकाओं को 1700 प्रति माह शिष्यवृत्त‍ि दी जायेगी।

मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह ने विद्यार्थियों से आग्रह किया है कि वे आगे बढ़कर सरकार की योजनाओं और निर्णयों का लाभ लें। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को भी निर्देश दिये हैं कि राज्य शासन के निर्णय से सभी विद्यार्थियों और शैक्षणिक अमले को अवगत करायें।

मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह ने कहा कि राज्य सरकार जनजातीय समुदायों के शैक्षणिक विकास में कोई कमी नहीं आने देगी। प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा तक हर स्तर पर मदद दी जायेगी। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी और विदेश में उच्च स्तरीय अध्ययन के लिये भी मदद दी जायेगी।

उल्लेखनीय है कि जनजातीय कार्य विभाग के अंतर्गत वर्तमान में 167 महाविद्यालयीन छात्रावास स्वीकृत हैं। इनमें माह जुलाई से अप्रैल तक दस माह के लिए मैस संचालन के लिए शिष्यवृत्त‍ि देने का प्रावधान है। गर्मी में मई और जून में भी विद्यार्थी छात्रावासों में रहते हुए शैक्षणिक गतिविधियों में भाग लेते हैं। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं। इंटर्नशिप करते हैं। इसके दृष्टिगत उन्हें 10 माह के बदले 12 माह की शिष्यवृत्त‍ि देकर राज्य सरकार ने उनके हित में बड़ा कदम उठाया है।

 

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