भारत बना अमेरिका का सबसे बड़ा स्मार्टफोन सप्लायर, 11 साल में उत्पादन हुआ 6 गुना बढ़ा: अश्विनी वैष्णव

मुंबई
केंद्रीय रेल एवं आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार को कहा कि भारत, अमेरिका का सबसे बड़ा स्मार्टफोन सप्लायर बन गया है। बेंगलुरु में मेट्रो परियोजनाओं के उद्घाटन के अवसर पर, केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पिछले 11 वर्षों में भारत का इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन छह गुना बढ़कर 12 लाख करोड़ रुपए हो गया है। इसी अवधि के दौरान इलेक्ट्रॉनिक निर्यात आठ गुना बढ़कर 3 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गया है।
वैष्णव ने टेक सप्लाई चेन में देश की मजबूत होती स्थिति पर कहा, "भारत दुनिया में मोबाइल फोन का दूसरा सबसे बड़ा निर्माता बन गया है।"
वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में अमेरिका में आयात किए गए सभी स्मार्टफोन में भारत का हिस्सा 44 प्रतिशत था, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के केवल 13 प्रतिशत से एक बड़ी छलांग है।
चीन में असेंबल किए गए अमेरिकी स्मार्टफोन शिपमेंट में आई गिरावट का सबसे ज्यादा लाभ भारत ने उठाया है, जिसका मुख्य कारण एप्पल की 'चाइना प्लस वन' रणनीति है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, भारत में अब 300 मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स हैं, जो 2014 में केवल दो थीं। वित्त वर्ष 14 में भारत में बिकने वाले 26 प्रतिशत मोबाइल फोन की ही स्थानीय स्तर पर मैन्युफैक्चरिंग की जाती थी, जो अब बढ़कर 99.2 प्रतिशत पर पहुंच गई है।
देश में मैन्युफैक्चर हुए मोबाइल फोन की वैल्यू वित्त वर्ष 14 के 18,900 करोड़ रुपए से बढ़कर वित्त वर्ष 24 में 4.22 लाख करोड़ रुपए हो गई है।
यह वृद्धि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भारत को एक ग्लोबल टेक्नोलॉजी केंद्र बनाने के दृष्टिकोण और अंतरराष्ट्रीय बाजार में देश की बढ़ती प्रतिस्पर्धात्मकता के अनुरूप है।
भारत अब चीन और वियतनाम के साथ ग्लोबल इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग में एक प्रमुख खिलाड़ी है, जहां कंपनियां सप्लाई चेन में विविधता लाने के लिए उत्पादन को स्थानांतरित कर रही हैं। मोबाइल फोन का शुद्ध निर्यात वित्त वर्ष18 में 0.2 अरब डॉलर से बढ़कर वित्त वर्ष 25 में 24.1 अरब डॉलर हो गया।

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