जर्मनी के रेडलाइट इलाकों में बढ़ी चीनी लड़कियों की मौजूदगी, कर रही हैं मोटी कमाई

बर्लिन

जर्मनी के रेडलाइट इलाकों में एक अजब-गजब ट्रेंड पकड़ा गया है. चीन की खूबसूरत लड़क‍ियां अपनी मर्जी से इन इलाकों में आ रही हैं और मोटी कमाई कर रही हैं. यहां पहुंचने के ल‍िए वे फर्जी डॉक्‍यूमेंट का सहारा ले रही हैं. पुलिस का कहना है कि इन महिलाओं को कोई जबरन खींचकर नहीं ला रहा है बल्‍क‍ि मोटी कमाई और ऐशोआराम की ज‍िंदगी जीने के ल‍िए ये खुद खिंची चली आ रही हैं.

कई महिलाएं ऐसे रेज‍िडेंस परमिट लेकर आती हैं, जो यूरोपीय संघ के किसी और देश में फर्जी तरीके से बनाए गए होते हैं, जिससे उन्हें ब्लॉक के भीतर बिना रोक-टोक घूमने की आजादी मिलती है. जिनके पास ये डॉक्‍यूमेंट नहीं होते, वे बाल्कन रूट से वैन में छिपकर आती हैं, जहां स्थानीय गैंग उनकी मदद करते हैं. जर्मन पुलिस के मुताबिक, ये महिलाएं आमतौर पर अपॉइंटमेंट अपार्टमेंट्स में काम करती हैं. यानी ऐसे गुप्त फ्लैट जो बाहर से सामान्य दिखते हैं, लेकिन भीतर से मिनी-ब्रोथल होते हैं. दो-तीन महिलाएं एक जगह मिलकर काम करती हैं, जहां मकान मालिक जगह, ऑनलाइन विज्ञापन देता है और आधी कमाई ले लेता है.

क्यों लोकप्रिय?
निक्केई एशिया की रिपोर्ट के मुताबिक- जर्मनी की अमीर देश वाली छवि है. यहां बहुत सारे अमीर लोग इन लड़क‍ियों को अपना श‍िकार बनाते हैं. घर लौटकर होटल या हेल्थकेयर में काम करने का झूठ बोलना इन लड़क‍ियों के ल‍िए आसान है. ट्रेंड ये भी बताता है क‍ि चीनी और बुजुर्ग जर्मन पुरुषों दोनों की ये डिमांड होती हैं. लाइसेंसधारी ब्रोथल शिकायत कर रहे हैं कि पुलिस छापों के बाद भी अपार्टमेंट फिर खुल जाते हैं. पकड़े जाने पर वीजा कैंसिल, कमाई जब्त और री-एंट्री बैन हो सकता है, लेकिन तब तक अच्छा-खासा पैसा बन चुका होता है.

क्‍यों ख‍िंची चली आतीं
पुलिस के लिए ये मामला मुश्किल है क‍ि ना जबरन तस्करी, ना पूरी तरह लीगल बिजनेस फ‍िर भी इतनी लड़क‍ियों क्‍यों ख‍िंची चली आती हैं. रिपोर्ट में कहा गया, मानव तस्करी का संदेह आम तौर पर साबित नहीं हो सकता, क्योंकि महिलाएं काम की जानकारी के साथ आती हैं, काफी हद तक स्वतंत्र रूप से काम करती हैं और अपनी कमाई का बड़ा हिस्सा रखती हैं. जर्मनी में वेश्यावृत्ति पर कानून है, लेकिन फर्जी डॉक्‍यूमेंट पर आने की वजह से इन पर कार्रवाई की जा सकती है.

कैसे होता संपर्क
ब्रॉथल ऑपरेटर्स एसोसिएशन (BSD) की प्रवक्ता स्टेफनी क्ले ने कहा कि चीन और हांगकांग की मंदारिन बोलने वाली महिलाओं के विज्ञापन सेक्स ट्रेड वेबसाइटों पर आम हो गए हैं. कई महिलाएं ऐसे संपर्कों पर निर्भर होती हैं जो एयरपोर्ट पिकअप, आवास और काम की व्यवस्था करते हैं. इन लड़क‍ियों के ल‍िए यह विदेश में कमाई का मौका है. जर्मनी के सेक्स ट्रेड में चीनी महिलाओं की भागीदारी पर तब ध्यान गया जब पिछले साल कोलोन के पास्चा ब्रॉथल पर छापा मारा गया. 2021 में एक चीनी निवेशक ने इस 11-मंज़िला इमारत को खरीदा था, जिसे यूरोप का सबसे बड़ा ब्रॉथल माना जाता है.

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