पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में तनाव एक बार फिर से सिर चढ़कर बोल रहा, 17 अप्रैल तक आदेश जारी

मणिपुर
पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में तनाव एक बार फिर से सिर चढ़कर बोल रहा है। लंबे समय से हिंसा और विवाद झेल रहे इस राज्य में हालात सामान्य होते नहीं दिख रहे हैं। अब चुराचांदपुर जिले में फिर से कर्फ्यू लागू कर दिया गया है, जिसके चलते स्कूल, बाजार और अन्य सार्वजनिक स्थानों को बंद कर दिया गया है।। इलाके में दो समुदायों के बीच हुई हिंसक झड़प और एक व्यक्ति की मौत के बाद प्रशासन सतर्क हो गया है।
कहां और कैसे लागू हुआ कर्फ्यू?
चुराचांदपुर के जिला मजिस्ट्रेट धरुण कुमार ने कर्फ्यू आदेश जारी किया, जो तुरंत प्रभाव से लागू कर दिया गया है। आदेश के अनुसार, कांगवई, समुलामलान और संगाईकोट उपमंडलों सहित दो गांवों में पूरी तरह से आवाजाही और गतिविधियों पर प्रतिबंध रहेगा। वहीं बाकी क्षेत्रों में सुबह 6 बजे से शाम 5 बजे तक जरूरी सेवाओं के लिए कुछ ढील दी गई है, लेकिन उसके बाद पूर्ण कर्फ्यू लागू रहेगा। यह व्यवस्था 17 अप्रैल तक जारी रहेगी।
क्यों भड़की हिंसा?
तनाव की जड़ है 18 मार्च को हुआ एक विवाद, जिसमें जोमी और हमार समुदाय के समर्थक आपस में भिड़ गए थे। यह झगड़ा उस समय बढ़ गया जब एक व्यक्ति ने मोबाइल टावर पर चढ़कर जोमी समुदाय का झंडा नीचे उतार कर फेंक दिया। इसके बाद गुस्से में आई भीड़ ने विरोध शुरू कर दिया, जो देखते ही देखते हिंसा में तब्दील हो गया। इस झड़प में एक व्यक्ति की जान चली गई और कई लोग घायल हुए।
प्रशासन की सख्ती और अपील
शांति बनाए रखने की अपील: लोगों से कहा गया है कि वे अफवाहों से बचें और सोशल मीडिया का जिम्मेदारी से इस्तेमाल करें।
जमीन विवाद सुलझाने की पहल: दोनों समुदायों के बीच जमीन को लेकर चल रहे विवाद को बातचीत से सुलझाने की सहमति बनी है।
समाधान की उम्मीद
मणिपुर में पिछले कुछ महीनों से विभिन्न समुदायों के बीच तनाव बना हुआ है, और यह ताजा मामला फिर से उसी आग को हवा दे सकता है। हालांकि प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है और स्थानीय नेताओं की मदद से शांति स्थापना की कोशिश की जा रही है।